कुछ मनचला संस्कार हैं मेरे । थोड़े आम तो थोड़े खास है मेरे । जवानी की दहलीज तो ढलने को हैं । फ़िर भी यादों में आवाद है मेरे ।
Motivational Poems
बैठ जाता हूं जमी पे , मै भूलता नही अपनी पहचान । ना कभी ऋण चूका पाउँगा माँ, तेरे ममता पे सौ जनम कुरबान ।
Life poems
दर्पण सत्य है? पूछो कभी । अंदर अपनेभी झाँको कभी ।। रौसनी बस छलावा है यहाँ । हरतरफ धुंद, कुछ दीखता नही ।
philosophy Poems
हर चीज़े बिकाऊ है वोटर हो या वोट। देश के वज़ूद का यहाँ कीमत क्या |
Maithili poems
रात की अँधेरे मे मै चलता हूँ, क्या पता किस को मैं छलता हूँ। क्यूं चुभती है उजाला मुझे, या सच्चाई से मै डरता हूँ।