manojkarn Oct, Mon, 2023 poetry poetry poems कुछ मनचला संस्कार हैं मेरे । थोड़े आम तो थोड़े खास है मेरे । जवानी की दहलीज तो ढलने को हैं । फ़िर भी यादों में आवाद है मेरे ।