Love Poem

“वक़्त के भीड़ मे ,मै कही खो गया हूं। आज फिर अपने अतीत पर मै रो गया हूं। कुछ इश्तरः मजबूर हु जरूरतों के आगे । अपने सपनो को बेच कर सो गया हूं ।”